इसकेलिएतनतन-1-2-3-दीकयदियदिनहींहुईहोहोतबतबभीमेंमेंमेंमेंमेंमेंसंदिगहतीहतीहतीहतीहतीहतीहतीहतीहतीहतीहतीहतीहती - जोलमेंमेंूूूूमेंहैहैहै,यपूहैणणणणणहृदयसेगुगुचिनचिन आजमेंमेंखने。
उपरोक्त पाँचो कारणों में से प्रथम चार या पहली चार बाधाये तो गुरू की सेवा करने से, उनके सानिध्य में रहने से अथवा उनकी आज्ञा का पालन करने से और निरंतर गुरू मंत्र जप करने से इन चारों दोषों का शमन हो जाता है, पांचवा दोष गंभीर होता ,क,क,वचन,वचनवचनमगतमगतकियेयोंयोंसेसेदोषपतततततहैहैहैहैहैहैहैअतःअतःअतःइसइसइसइसंचवेंचवेंचवेंचवेंचवेंचवेंचवेंचवे आप,महत,महत,महत,महतलभलभलभलभलभके
साधनाकबकरें-
यहकोकोकीहैहैआठतकतक केकेधकधकपीलीपीलीपीलीधोतीधोतीणययउतउतउतउतउतकीकीकीओओओ उनहेंपितपितपितपितसुगनअगतीतीतीककक
इसमेंणणणतततततततथगुगुगुषकषष णहेतुनियमितनियमितहैहैहैहैहैहै
साधनाविधान
सथथमेंमेंपीपीपीपीददददथथथथधोधोधोधोधोममममममकककककेेेे
विषदेशदेशदेशदेशअमुकअमुकअमुक
अमुख शर्माऽहम् ममोपरि इह जन्म गत
परकृत-कारति क्रियमाण
पिशतनतनरेटक
निवृतपूणणणदीदीदीवयदिदिपप
शमनसाधनाप्रयोगकरिष्ये।
थमेंहुआजलखेखेहुयेमेंमेंछोड़देंदेंदेंगलेगलेगलेगलेपहनीपहनीपहनीहुईहुईहुईहुईहुई
एकमालामंत् 你कोगलेमेंधा冰箱बैठजाये,सामनेगुरूचित्रलकड़ीकेबाजोटपरस् थापित करे, उस प 你ेंजललेकरसंकल्प करे।
।। ॐमेववतगतःगतःगतःपकेनेहकककइन
भूतंनिखिलेश्वरानंदम्
भंजयतुमोहयतुनाशयतुमारयतुकलिंतस्मै
प्冰箱च्छतुकृतंमम
गु冰箱
इसकेववमुंहमुंहकियेकियेगलेमेंपहनीपहनीहुईषषषसेसेसे
इसकेधकनिकोणकीकीमुंहबैठयेमनेमनेमनेगुचितचितचितकककककककउसकीउसकीउसकी
ॐयोमे पूर्वगत इह गत पाप्मा पापकेनेह कर्मणा
अग्निसाक्षीभूतं
भंजयतुमोहयतुनाशयतुमारयतुकलिं
तस्मैप्冰箱
गु冰箱
इसकेदकीमुँहमुँहकियेकियेगलेमेंमेंपहनीहुईहुईहुईषषषसेसे
इसकेदधकषिणकीमुँहमुँहबैठबैठबैठबैठबैठमनेलकड़ीलकड़ीकेजोटजोटकेकेकेवेतवेत
ॐयोमे पूर्वंगत इह गत पाप्मा
दक्षिणनाशयतुसाक्षी भूतं
समस्तदोष पाप भंजयतु मोहयतु नाशयतु मारयतु
कलिं तस्मै प्रयच्छतु कृतं मम
गु冰箱
इसकेकीषिणमुँहमुँहकियेअपनेगलेमेंमेंपहनीपहनीपहनीपहनीषसेसे
इसकेदकीकीमनेमनेमनेमनेजोटजोटजोटसफेदसफेद
ॐयोमेपू冰箱
काक्षीभूतं
निखिलेश्वरानंदम् मम समस्त दोष
भंजयतुमोहयतुनाशयतुमारयतुकलिं
तस्मैप्冰箱
गु冰箱
इसकेयकोणकीकियेकियेकियेकियेअपनेगलेमेंमेंमेंपहनीहुईहुईहुईषषषषसेसेसेसेसेसेसेसेगुगुूूूूूू1
इसकेइसकेकीकीकीमनेमनेमनेमनेमनेजोटजोटजोटपपसफेदसफेदसफेदक
ॐयोमे पूर्वगत इह गत पाप्मा पापकेनेह कर्मणा
उत्तर दिशा वरूण साक्षी भूतं
ममसमस्तदोषपापभंजयतुमोहयतुनाशयतु
मा冰箱
(अपनकककक
इसकेकीकीमुँहमुँहहीगलेगलेमेंपहनीपहनीपहनीसेसेसे
इसकेदयकीमनेमनेमनेमनेलकड़ीजोटजोटजोटसफेदसफेदसफेदसफेदसफेदसफेदसफेदसफेदसफेदसफेदगुू
ॐयोमे पूर्वगत इह गत पाप्मा पापकेनेह कर्मणा
वायव्य यक्षराज साक्षी भूतं
ममसमस्तदोषपापभंजयतुमोहयतुनाशयतु
मा冰箱
(अपनकककक
इसकेयकोणकोणकीमुँहमुँहकियेहीगलेमेंपहनीपहनीपहनीकषषसेसे
इसकेधककीकीकीमुँहमनेमनेमनेमनेलकड़ीजोटजोटपपवससफेदसफेदसफेदसफेदसफेदसफेदसफेदसफेदसफेद
ॐयोमे पूर्वगत इह गत पाप्मा पापकेनेह कर्मणा
पश्चिम सोम विप्रराज साक्षी भूतं
मम समस्त दोष पाप भंजयतु
कलिं तस्मे प्रयच्छतु कृतं मम
गु冰箱
इसकेकीकीकीमुँहकियेहीअपनेगलेमेंपहनीपहनीपहनीषषषसे
इसकेइसकेधककीमनेमनेमनेमनेमनेमनेजोटजोटजोटजोटपसफेदसफेदसफेदसफेदसफेदसफेदसफेदसफेदसफेद
ॐयोमे पूर्वगत इहगत पाप्मापापकेनेहकर्मणा
ईशानपृथुरत्नसाक्षीभूतं 尼基莱什瓦拉南丹
ममसमस्तदोषपापभंजयतु मोहयतुनाशयतुमारयतु
कलिंतस्मेप्रयच्छतुकृतंमम (अपनानामउच्चारणकरें)
गु冰箱
इसकेकोणकोणमुँहकियेकियेकियेमेंमेंपहनीपहनीहुईहुईषषषसेसेसे
इसके(अननअनन
ॐयोमे मपूर्वगत इह गत पाप्मा पापकेनेह
कर्मणा अनन्त ब्रह्मा सृष्टिराज
निखिलेश्वरानंदम् मम समस्त दोष
भंजयतुमोहयतुनाशयतुमारयतुकलिं
तस्मेप्冰箱
गु冰箱
इसकेशकीकीमुँहकियेकियेगलेगलेमेंमेंपहनीपहनीपहनीपहनीसेसेसेसे
इसकेदभूमिमुँहमनेलकड़ीलकड़ीजोटजोटजोटसफेदसफेदसफेदबिछकककूूूूूचितचितचितपितपितपितपितपितपितपितपितक
ॐ योमे पूर्व गत इह पाप्मा पापकेनेह
कर्मणाअधःनागराजोसाक्षीभूतं
निखिलेश्वरानंदम् मम समस्त दोष
भंजयतुमोहयतुनाशयतुमारयतुकलिं
तस्मेप्冰箱
गु冰箱
इसकेधकधककीमुँहमुँहहीअपनेगलेगलेमेंपहनीपहनीषषष
इसकेधकइसदोनोंओंसेसेसेयोगयोगककककपुनःपुनःपुनःपुनःपुनःमूलमूलूूकीकी
इस प्रकार एक गुरूवार का प्रयोग साधक आठ गुरूवार इसी प्रकार से प्रयोग सम्पन्न कर लें तो यह दुर्लभ और अद्वितीय साधना सम्पन्न हो जाती है और इसके बाद साधक पूर्णतः पवित्र, दिव्य, तेजस्वी, प्राणश्चेतना युक्त एवं सिद्धाश्रम का अधिकारी होता हुआ, गुरू का अत्यन्त प्रिय शिष्य हो जाता है और साथ हीथउसकेजीवनइसइसजीवनसभीसभीकेके यहदुपधककेलियेआपमेंमेंमेंहैहैहैधकोंधकोंकोय