वतिपिछलेमोंकेमममतिकीकीकेकेकेकेकेकेमेंमेंमेंमेंमेंमेंमेंहतेहतेहैंइसइसइस अबइसमेंइसकेजोड़जोड़भीहैंइसकेकेजोजोजोमहैं
जबजीवनतहुआहैतोजीवनजीवनजीवनकेकेसंयोगवियोगवियोगवियोगवियोग,हहैंहैंहैंहैंहैं जबसमववजीवनजीवनजीवनहैहैहैसमषटिटिववहैहैहैहैतो जीवन चक्र से मुक्त होना, जीवन से भागना नहीं है। कर्तव्य भाव से कर्म से ही सन्यास
इसीलियेोंषोवमहनेनेनेनेनेनेनेनेऔ येनियममेंमेंनियमनियमजो वह सन्यासी बनकर जीवन का आनन्द वहछोटेबड़ेबड़ेबड़ेमेंमेंवहहोहोहोहोहोहोहोहोवहवहवहवहवहवहवहीीीी इसीलियेकहतेकहतेहैंयेक
सार्व भौमिक सत्य, ज्ञान कर्म और धन का प्रवाह, ज्ञान कर्म और धन की दशा, फल की प्राप्ति, नम्रता और शौर्य, प्रभावशाली नेतृत्व, स्त्री शक्ति का जागरण, सरस्वती और शक्ति, संगठन, आत्मीयता सन्यासी ही गृहस्थ रूप में समाज में रहकर उपरोक्त दसों सिद्धांतो का निर्वहन कर सकता है। सनभीहैहैथथधक कययहीजीवनचितचितचितचितचितचितभौतिकभौतिकभौतिकभौतिकमिकमिकमिकमिक
यह निश्चित सत्य है कि चाहें त्यागी सन्यासी भी हो, उसको भी जीवन में लक्ष्मी की निश्चित आवश्यकता है और बिना लक्ष्मी से गृहस्थी तो चल नहीं सकती यह सन्यास महोत्सव संकल्प का पर्व है साधक द्वारा संकल्प धारण करने से जीवन में निरन्तर क्रियाशील रहते हुये धन, ,,,आ,ह,उल,उलउलआननआनन
अपनेआपकोशिवसेसेसेसेसेनेनेनेनेनेनेतिकतिकतिकतिकतिकसससस जिससेकीजीवनववशकसेसेसेसुशोभीतसुशोभीतहोसकेंगेअपनेअपनेअपनेअपनेअपनेूदेवजीूदेवजीूदेवजीकीकीकीवव
पूजन,शुद,शुद,मौली,चंदन,कुंकुम,हल,हल,अग,दीपक
पतःआदिसेनिवृतपीलीपीलीपीलीपीलीनननननमेंमेंमेंकीकीकीकी लकड़ीकेवसवसउसकेउसके ऊँ श्रीं निखिलं नमः। मंत्र जप करते हुये कुंकुम से थाली के मध्य में ओमकार लिखे, ओमकार के ऊपर पुष्प बिछायें, सद्गुरू निखिल विग्रह को गंगा जल से, फिर शुद्ध जल से स्नान करायें, साफ वस्त्र में पोंछ कर मौली धागा बांधे और विग्रह को थाली में ओमकार के ऊपर स्थापन करे। विगहमनेमनेमनेमनेितवलकीकीकीकीीीजजजज पूकोकेकेकेकेकेऔजीवट अगरबत्ती, दीपक जलायें। पवित्रीकरण करें-
बमेंमेंनककतेतेहुयेहुयेयेंथथथसे
कुंकुमसेऊँऊँनिखिलंनिखिलंनमःव
2सुपमेंसेसेसेतिलकसेगणपतीवववूपूपमेंमेंमेंमेंकेकेकेकेके
मंतसेकोकुंकुमसेतिलकककक दायें हाथ में जल लेकर संकल्प करें-
हमेंमेंू
जूपंतंतंआननंं
योगीनभवयंयं।।मि।। ।। ।।
पूर्णाय परिपूर्णाय सम्पूर्णाय
पूर्णेश्वर स्वरूपाय पूर्णानन्दाय ते
ऊँ ह्रीं गुरूवे नमः। आसनं पादासनं समर्पयामी पुष्प्
ऊँह्冰箱पाद्यंसमर्पयामी। जलअर्पितकरें
ऊँह्冰箱अर्घ्यंसमर्पयामी। जलअर्पितकरें
ऊँह्冰箱आचमनियंसमर्पयामी। जलअर्पितकरें
ऊँगुरूवेनमः। स्नानियंसमर्पयामी। जलअर्पितकरें
ऊँह्冰箱
वस्त्रं-उपवस्त्冰箱(मौलीका2धागाअर्पितकरें)
ऊँह्冰箱यज्ञोपवीतंसमर्पयामी। जनेउअर्पितकरें
ऊँह्冰箱आचमनियंसमर्पयामी। जलअर्पितकरें
ऊँह्冰箱गन्धंसमर्पयामी। चंदनअर्पितकरें
ऊँह्冰箱कुंकुमंसमर्पयामी। कुंकुमअर्पितकरें
ऊँह्冰箱पुष्पाणिसमर्पयामी। पुष्पअर्पितकरें
ऊँ ह्रीं गुरूवे नमः। धुपंसमर्पयामी। अगरबती दिखायें
ऊँ ह्रीं गुरूवे नमः। दीपंसमर्पयामी। दीपकदिखायें
ऊँह्冰箱आचमनियंसमर्पयामी।
(喂水2次)
भोगपितेंउसकेदमेंमेंबेल,पुष,फलपुषपतपतपतअकषतषतषतषतषतषतन
इसकेकोएंएंमेंमेंननपढ़तेपढ़तेपढ़तेपढ़तेहुयेहुयेचकचकचकचकदोनोदोनो
पु冰箱्गुरूदेवजीकेचित्रकोदेखतेहुये(त्रटककरतेथथ)1 ागुरूमंत्रजपकरेंवचन्द्रग्रहणयुक्तपूररऍऍव पर 5 माला जप क 我们
अक्षतपुष्प लेकर निम्न मंत्र का
साष्टांग प्रणाम करें। अनुषणणकेदविगकोकोकोकोनमेंमेंमेंमेंहनेहनेहनेकोकोकोको
必须获得 大师迪克莎 在进行任何萨达纳(Sadhana)或服用任何其他Diksha之前,先从Revered Gurudev那里获得。 请联系 焦特布尔的卡拉什·西达萨拉姆 通过 电邮 , Whatsapp, 电话 or 提交申请 获得奉献的,经圣洁圣洁的Sadhana材料和进一步的指导,